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उफ़्फ़ ये मुसीबतें-5

उफ्फ मेरे खुदा!!🥵 कितनी तेज धूप थी आज तो!☀️ मै जो अभी अतिया के साथ बाज़ार से आई, आते साथ आंगन में बैठी चाची के पास पहुंच गई और उनकी ही चारपाई पर अपना हिजाब और बैग रख धप से बैठ गई 😩 शाम का वक्त था, कुछ नए चेहरे भी दिख रहे थे, शायद नए मेहमान आ गए थे, सारी औरतें आंगन में इकट्ठा थी, सब शौक से मेरे पास आ बैठी क्युकी मैं ज़किया की गहनों की शॉपिंग करके वापस आई थी। चाची की भाभी जो ज़रा दूर थी चारपाई से वो भी अपनी कुर्सी कुछ ज्यादा ही मेरे पास सटा कर बैठ गईं, शुक्र है 😌कि गोद में नहीं बैठी मैंने उनकी फुर्ती देखी और मन मन ही मन में सोचा🤔😉 बात गहने की थी तो ख्वातीनों का दिलचस्पी लेना नॉर्मल बात थी ,एक-एक करके सभी के हाथों में गहने जांचे जाने लगे और सब अपने-अपने अंदाज में गहनों का पोस्टमार्टम करने लगी एक हाथ फिर दूसरा हाथ इस तरह गहने ,आखिर में चाची के पास आ जाते और वह वापस मुझे थमा देती है जिसे मैं अपने बैग में रख ले रही थी सभी बहुत ही मोहब्बत और चाव के साथ गहने देख रही थी😀
।चच्ची की भाभी(रौशन आंटी) अलबत्ता नाक भौं चढ़ा रही थी🤨 जो हाथों के साथ आंखों से भी गहनों को तौल रही थी उनके हाथों के तोलने का अंदाज देखा तो ऐसा लगा कि सुनार से भले ही एक दो मिलीग्राम कम ज्यादा हो जाए लेकिन उनकी तेज नज़रों से शायद ही कोई कमी बेशी हो, हर ज़ेवर देख रिमार्क पास कर रहीं थी, यह वाला तो 16 ग्राम का है मेरी नगमा( उनकी बेटी) को इतने ग्राम का दिया था , और यह तो 10 ग्राम का दिया था ,अरे फरीदा😌 मुझे तो गहनों का रंग अलग ही लग रहा है कहीं नकली तो नहीं है🧐 अये लड़की!! किसी जान पहचान वाले सर्राफा के वहां से लाना था ना और डिजाइन भी पुरानी पुरानी लग रही है मुझसे कहती तो मैं वो डिजाइन दिलवाती कि सब देखते ही रह जाते 😌😏मुझे तो लगता है कि तेरे पैसे गए बारह के भाव🤨 उन्होंने अपनी कैची जैसी चलती हुई जबान को रोका और अपने सर को बहुत अफसोस से हिलाते😔😐 अपना चश्मा ठीक किया चाची उनकी आदत जानती थी ,इन सबके बीच मेरा कंधा टूटा सो अलग😕 ,असल में उनकी आदत बात-बात में बिना बात के हंसना और अपने पास बैठे इंसान के कंधे पर धमक जमाना था👊👊👊 अगर कोई साथ बैठा इंसान संभले ना तो सीधा मुंह के बल गिर जाए ,🤪 "ऐसा भी नहीं है गहनों पर हॉलमार्क तो लगा है नकली का सवाल ही नहीं है😀" चाची की बहन बोली, जो मुझे चाची जैसा ही प्यार करती थी "और क्या! पढ़ी लिखी बिटिया है ऐसे बेवकूफ थोड़ी ना बन जाएगी😉😌 "एक और खातून ने कहा "हां! मेरी बेटी आजकल की समझदार पढ़ी-लिखी लड़की है ऐसे तो बेवकूफ नहीं बन जाएगी,और वैसे भाभी आपने तो शायद ऐसे ही किसी सर्राफा के यहां से नगमा के गहने बनवाएं थे बाद में पता चला वो नकली सोने के जेवर बनाने के जुर्म में पकड़ा गया🧐😕'" चाची ने अपनी भाभी से पूछा ,वो चौंक गई" आय हाय!!😲तुमको तो कुछ याद ही नहीं रहता तुमको किसने बता दिया कि मैंने फालतू के जेवर गहने बनवाए थे? इतना पैसे लगा दिए हैं कि शायद ही कोई दे पाए😌😐" उन्होंने बाकायदा बुरा मान कर बोला "नगमा की शादी में मैंने ही उसे दुल्हन बनाया था तो वहीं ज़ेवर के डब्बो को देखा ,नाम पता भी नीचे दिया लिखा था बस नाम याद नहीं आ रहा है लेकिन दुकान शायद उसी एरिया की थी जहां पर नकली सोने का कारोबार होता था🤔🧐" इस दफा चाची ने भी अपना ननद पन दिखा दिया "ऐं! हा हा हा 😂"इतना बोल अपने छोटे पान दान से उन्होंने ज़र्दा निकाल मुंह में डाला और मेरे कंधे पर एक जोर का धमाका फिर से जड़ दिया 👊👊👊 "तुम भी फरीदा, अरे डब्बों ,शापर्ज़ का क्या है ,शादी ब्याह में तो बदल ही जाया करते हैं😌 ,शादियों में यह सब तो आम बात है😏 तुम उस बैग को देखकर अंदाजा लगा ली😉😂 हा हा हा हा हा" इस बार मुझे सच में गुस्सा आ गया 😕😐और गुस्सा कंट्रोल करते हुए मैंने उनकी तरफ देखा😒 अगर बात करनी है तो करिए मगर मेरे कंधे को क्यों तोड़े दे रही हैं🙄🤨 सारा दिन की थकी मार्केट की धूल फांक के आई हूं , मन ही मन सोच मैं अपना गुस्सा ज़ब्त करती हुई झटके के साथ खड़ी हो गई पता नहीं क्यों ?😯 मेरे खड़े होते साथ उनकी कुर्सी उलट गई वह बेचारी कुर्सी समेत जमीन पर नजर आने लगी 😲असल में उनकी कुर्सी की एक टांग मेरे बेचारे कुर्ते पर जमी हुई थी ,कुर्ता तो एक तरफ से फटा, साथ वह भी पीछे के ओर गिर गई 😟सारे लोग दौड़ पड़े "अरे अरे😧 ... "सब ही ने उन्हें उठाया "ऐ लड़की!!😡 ये गोल गोल आंखे👀 क्या सजावट के लिए लगा रखी है?? इतनी बड़ी हो गई हो ,इतनी लापरवाह हो 😡हाय मेरी कमर तो लगता है गई😣😩 ज़रा देखभाल कर उठा बैठा करो 😤" मै हक्का बक्का बस उनका मुंह देखती रही😮😥 अभी भी वो अपने बाजू सहला रही थी "अरे आपा बिटिया की गलती नहीं😯कोई जान कर थोड़े ना किया" चाची फौरन मेरे डिफेंस में आई ये बात सुन कर उनका पारा और हाई हो गया मुझे वो और भी कुछ सुनाती तभी उनके साथ वाली आंटी बोली, "अरे रौशन आपा🙁! जब बच्ची आई थी तो आप मुझसे फरीदा की बुराई ईईईईईई🤐🤐 मतलब बात कर रही थी वो बेचारी हकबका😥 गई और शॉपिंग देखने के लिए आप ही कुर्सी यह लेकर बैठ गई उस के कुर्ते पर🤨🧐 इसीलिए ऐसा हो गया ,देखो बेचारी का कुर्ता भी फट गया कराची कुर्ता लगता है😯 बहुत महंगा होगा" एक और कम उम्र शादीशुदा औरत बोली "अरे तुम लोगों को इसके कुर्ते की ही पड़ी हुई है 😵मेरी कमर और पैर की जो हालत हुई उसका तुम लोगों को कोई अंदाजा नहीं😖 हाय हाय " उन्होंने मेरी शिकायत के साथ-साथ अपनी हाय हाय भी जारी रखी🙁😐 "अरे भाभी ,जाने दे बच्ची हैं ,चले मैं आपको बाम लगा देती हूं उससे गलती हो गई माफ कर दे 😔😶" साथ ही उन्होंने सीमा को आवाज लगाई थी "जी खाला जान🤔" वह मिनटों हाजिर थी "जाओ पहले बाम लेकर आओ और जंबो को अपने साथ ले जाओ जो सामान और जेवर लेकर आई है उसे मेरी अलमारी में रखो और और मामी और जंबो के लिए अच्छी सी चाय बना दो,🧐🧐" सब बातों से अनजान बेचारी सीमा हैरान होती मेरे साथ अंदर चली गई 😕🤔 चाची ने बहुत ही समझदारी के साथ सारी बात समेट दी, मुझे डांट खाता चाची नहीं देख सकती थी 😉।।।। __ "हा हा हा 😂सच में अप्पी? वाह वाह👌👏 मतलब कुर्ता तो गया साथ ही मामी की कमर भी 😂हा हा हा और तो और शफ़्क़त अप्पी ने अपने उस सो कॉल्ड लॉन्ग कुर्ते के लिए क्या था सोचा ,अब लगाएगी उससे वह उसका पोछा😂😂" " चुप करो😡" शफकत ने अज़रा को डांटा मैं जो शाम का वाकिया दोनों बहनों को वीडियो कॉल से बता रही थी 😅अजरा तो हंसे जा रही थी और शफकत बेचारी अजरा को रौशन मामी के ऊपर हंसने के लिए डांट रही थी, साथ ही अपनी कुर्ते की फिक्र में दुबली हुई जा रही थी😥" मेरा फेवरेट कुर्ता था, कराची कुर्ता था ,बहुत मुश्किल से ऐसा कलर मिला था😟" "जवाब नहीं तुम्हारा जंबो😂👌 एक साथ दो लोगो की ऐसी तैसी कर दी 😆, तुम फिकर मत करो मैं नया कुर्ता यहां से दिलवा दूंगी 😉" यह जकिया थी " जंबो s,,s,,s। इधर आओ। 😑"चाची ने आवाज दी जकिया और शफकत को बात करता छोड़ मैं किचन में गई जहां चाची काफी गुस्से में थी अब क्या हो गया मुझसे 😥😕मैं मन ही मन अपने पूरे दिन की बातों को याद करने लगी कि मुझ से ऐसी कौन सी गलती हो गई जो चच्ची फिर गुस्से में है🤔 "इधर आओ😐 " "क्या हुआ चाची...,.,😯" "चुप हो जाओ टोका टाकी नहीं करनी चाहिए 🤫" इसके पहले कि मैं कुछ समझ पाती उन्होंने मेरे सर को अपने सामने घसीट लिया 😵और हाथ में पकड़े लाल मिर्ची वाला हाथ मेरे सर पर 5 या 7 दफा फेरा और चूल्हा जलाकर🌶️🔥उस पर रख दिया ,अब आगे की बात से मेरी रूह कांप गई😰😱 " चलो गहरी सांस लेकर जल्दी से जली मिर्ची की खुशबू अपने अंदर लो 🧐" मेरा मुंह खुला का खुला रह गया 😨🤯बोलने से अलग मना किया था 😶मतलब जानते बुझते खुदकुशी 😥मैंने बहुत बेचारगी से नहीं में सर हिलाया 😟 चाची ने मुझे सर समेत चूल्हे में झोंकने की पूरी कोशिश की 5 सेकंड तक मैंने अपनी सांस रोक रखी 😣और सांस लेने की झूठी एक्टिंग की ,शायद चाची बहल भी जाती 😐लेकिन तभी गुड्डू भाई जो ना जाने क्यों किचन में आए थे, आग लगाने में उन्होंने कोई कमी न छोड़ी, " अरे खाला ।😯🤔लगता है इन्होंने सांस रोक रखी है " उनकी लगाई बुझाई की वजह से मैंने अपना सर बहुत तेजी से उनकी तरफ घुमाया और उन्हें खा जाने वाली नजरों से देखा 😡 इस खुलासे पर चाची ने मेरे जुड़े को हाथो में पकड़ सर को चूल्हे से 5 इंच की दूरी पर कर दिया😨 ना चार मैंने हल्की सांस भरी ,सांस रोकने की वजह से हल्की-हल्की सांसे गहरी सांस में बदल गई 😰आंख नाक से पानी, चेहरा लाल हाल बेहाल है, खांसी छींक ,रिपीट।।🥺😢😪😖😩
" मेरी बच्ची मुझे तो पहले ही पता था ,तुझे तो तेज नजर लग गई है🥺😞" " क्या हो गया फरीदा??🤔😨" चाची की बहन किचन में आ गई " देखें आपा😕 पहले तो भाभी ने इतनी बड़ी लड़की- इतनी बड़ी लड़की का राग अलापा फिर इतनी खूबसूरत कत्थई बादामी आंखों को गोल गोल आंखे बोला😐🤨" " अरे चा... 😵😖आछी,,s,,s ,चाची ये ,आछूू,,s,,s 😖😩 इंडिया में ऐसे आंखे कॉमन है 😫 चाची नजर नहीं लगती सूं सूं 😪 आप का लाजिक तो गजब का ही है 😰😫" मैंने नाक आंख साफ करते हुए कहा " चुप करो !! देखो सारी नजर आंख नाक से निकल रही है 🤫😡 "अरे फरीदा!!,😕 तुम भी ना, इस जमाने में इन सब बातों पर यकीन करती हो🤦भाभी की तो आदत है !! बच्चे का हाल बुरा हो गया😐 सदका उतार देती इन सब की क्या जरूरत थी🤔" " अरे आपा आप तो कुछ समझती है नहीं ,देखा नहीं पहले मेरी बच्ची का कुर्ता भी फटा और तुम जंबो,,🤨 " उन्होंने मुझे घूरते देखा "अब तू क्या चाहती है? हाथ पैर टूटे और ,और नुकसान हो? मैंने सदका पहले ही निकाल दिया है लेकिन नजर भी उतारना मैंने जरूरी समझा😔 अच्छा चलो कोई नहीं बताओ क्या बनेगा रात के खाने में ?" चाची की बहन ने बात ख़तम की उन दोनों बहनों को अकेला छोड़ मैंने वहां से निकलने में अपनी ख़ैरियत समझी😲 वरना क्या मालूम मेरी मुहब्बत में मिर्ची घोल कर भी पिला सकती थी चाची🤯 मेरे चेहरे आंख नाक सब में जलन हो रही थी😣 खुद को संभालते किसी तरह में बाहर आई मैं आंसू और जलन की वजह से लगभग अंधी हो चुकी थी 😵बाहर आई तो गुड्डू भाई की दिल जलाने वाली मुस्कुराहट😈👿👻 ने मुझे अंदर तक खौला दिया।😠।।। __ "यह बारिश का मौसम और भुने भुट्टे 🌧️🌽वाह वाह😀😋👌" सीमा ने चटकारे लेते हुए कहा "वैसे भुट्टे लाया कौन?🤔" "जंबो अप्पी ने 🙋💁"अतिया ने जोश से कहा जैसे मैंने कोई तीर मारा हो😂 "वैसे जंबो अप्पी ,सच-सच बताना🧐 इसमें तुम्हारी कोई साजिश तो नहीं ?" मोना ने मुझे शक भरी निगाहों से घूरा 🤨 " कैसी साजिश?🤔" "अरे फूफा जी,,बिचारे 😕उनके आगे के दांत टूटे हैं😬 बाहर का नजारा मैंने अभी-अभी देखा है ,सब भुट्टा और चाय के साथ मजे उड़ा रहे हैं 🌽☕वह बेचारे जलेबी और चाय 🍥☕ के साथ मुंह बनाए बैठे हुए हैं 😒" "नहीं यार।।😮 लेकिन सच में, अनजाने में ही सही फूफा जी इस फनी सिचुएशन के पार्ट बन गए😉😂 हा हा हा हा" तभी सब के चेहरे का रंग उड़ गया😳 रोशनी कमरे में आई और चाय का ट्रे चुपचाप रख कर वापस चली गई😶 सबसे ज्यादा तो मैं मैं शर्मिंदा हो गई 😰 अरे आप लोग ज्यादा मत सोचिए,,😯 रोशनी फूफा जी की ही बेटी है यह बहुत ही नेक और शाइस्ता मिजाज की लड़की है 🙂 इसलिए उसने ट्रे जमीन पर रखा वरना चाय का प्याला वह मेरे सर पर भी मार सकती थी 😅हम सारे कज़िंस बस एक दूसरे का मुंह ताकते रह गए।🤐😕🙁।। __ पर्दा इतनी ज़ोर से खींच कोई बाहर आया मै जल्दी से सामने से हट गई😳 साथ ही गुड्डू भाई से भरे बड़बड़ाते मेरे साइड से होकर तेजी से गुजरे ☹️😤🗣️अंदर सीमा आंखों में आंसू लिए बैठी थी 🥺 "क्या हो गया भाई 🤔😮!?!यह गुड्डू भाई इतने गुस्से में क्यों है 🧐? " "कुछ नहीं🙂 !तुम आओ नाश्ता कर लो "उसने जल्दी से अपने आंसू साफ किए " आओ तुम भी साथ में कुछ खा लो 🙁" "नहीं, मैं खा चुकी हूं 😞" उसने मुझे टाला, मैं जो बहुत ज्यादा खाकर सिर्फ चाय का कहने आई थी उसकी वजह से दोबारा खाने को तैयार हो गई थी और अब वही नहीं खाना चाह रही थी 😕🧐🤔 " अच्छा! यहां दो कप है एक आधा, एक भरा हुआ आधा कप गुड्डू भाई का है ,जो उन्होंने तुम्हें खूबसूरत लाइन सुनाते हुए खत्म की होगी😊 जिसकी वजह से यह तुम्हारी आंखें 'अश्रुपूर्ण' 😢हुए हैं ,साथ ही तुम्हारा कब बिना पिए हुए ठंडा हो गया है,🍱☕☕🍪🍪 और खाने की चीजों को शायद ही हाथ लगाया गया एक बिस्किट सजी प्लेट के जगह ,,ट्रे में है जो भाई साहब ने उठाया होगा और फिर ड्रामाई अंदाज में गुस्से से वापस रखा होगा 😤🍪और तुम, तुमने एक बिस्किट हाथ में लेकर नाखून से कुतरा है और उसके टुकड़े गोद में गिरा कर सजा रखे है🤨🧐 है अगर इसे नाश्ता करना कहा जाता है तो ठीक ही तुमने नाश्ता किया है 😉😌" मैंने नाश्ते की टेबल का भरपूर जायजा लेते हुए अच्छे जासूस की तरह 🕵️‍ 🔎हुबहू दोबारा सीन बताया तो वह रोते-रोते मुस्कुरा पड़ी😢😄 " तुम ,,तुम,,🤭" " हां ,हां 😊मैं बहुत अच्छी बच्ची हूं है ना 😌" "बिलकुल नहीं 😕😄"उसने सिर नहीं में हिलाया "चलो आओ ,कुछ खा लो,😉" " तुम खाओ 😞!वह भूखे हैं !" "किसने कहा?🧐🤔 सुबह ही फूफा जी के साथ चटोरी लड़कियों की तरह जलेबी और समोसे का नाश्ता किया है😋🙄 ,मैं भी वहीं थी ,तभी तो चाय का बोलने आई थी, वह शायद मुझसे पहले यहां आ गए और माहौल की ऐसी तैसी कर गए 🤔🙄" सीमा का मुंह खुला रह गया 😲 "हां शाबाश😜 !!अब इस खुले मुंह में कुछ खाने का सामान डालो और ताकत बनाओ 💪और बताओ? क्या बात है? कभी-कभी कुछ मसले बातों से भी हल हो जाते हैं🙂😉" मेरे इतना कहते हैं उसकी आंखें फिर भर आई 🥺 "तुम्हें मालूम है सीमा ?बहुत से मसले हम भाई-बहन आपस में ही हल कर लेते हैं और बुआ दादी को इसकी भनक भी नहीं होने देते हैं😄 हमारे घर में 3 लेवल होते हैं🧐 पहला लेवल ⃣ हम सब भाई बहन बाते आपस में हल करते हैं👩‍👧‍👧 दूसरे लेवल ⃣पर दादी को बताते हैं👵 तीसरे लेवल ⃣पर अम्मी अब्बू को खबर होती है👪 अल्लाह का शुक्र है 🤲कि तीसरा लेवल कम हीं आता है 😊🤭" मेरी इतनी बकवास सुनने के बाद उसे अपनी बाते बताने का हौसला आया " वह मुझे अब्बू से पैसे मांगने को कह रहे हैं, शादी का माहौल है, अब्बू ने सारी जमा पूंजी समय-समय पर घर और घर के लोगों पर खर्च कर दिया है ,बचत के नाम पर एक ही घर बचा है 🏠बाकी तुम से छुपा नहीं है ,अब कुछ महीने पहले इनको बिजनेस में बहुत भयंकर घाटा हुआ है 😞बिजनेस लगभग खत्म ही हो गया समझ लो🥺" उसने मेरी तरफ देखा आंखें अभी भी आंसुओं से भरी हुई थी "उनका कहना है कि, बाहर जाने के बजाय अब्बू बिजनेस के लिए पैसे उधार दें ताकि वह दोबारा अपना बिजनेस शानदार तरीके से वापस खड़ा कर सकें ,अब्बू सरकारी मुलाजिम भले ही थे ,लेकिन अब रिटायर्ड है लेकिन यह समझते ही नहीं 😢😔" उसके बोलने पर ही ,बहुत ही शफीक मिजाज के 65 साल के कमजोर से बुजुर्ग मेरे जहन में आ गए👴🤔 आंखों में मोतिया उतर आया था👓 शायद और अभी जल्द ही पता चला था कि उनकी किडनी में स्टोन है सांस की तकलीफ के चलते ऑपरेशन कुछ समय के लिए टाल दिया गया था 😮,सीमा के चेहरे पर सिर्फ दुख ही दुख था 😔एक तरफ बाप तो दूसरी तरफ शौहर बीच में वह पिस रही थी, " तो तुमने कुछ कहा नहीं ?मतलब इन सब बातों को गुड्डू भाई से बता,............😦" "सब बताया ,समझाया ,लेकिन उनको ना जाने क्या समझ नहीं आ रहा है 😟कहते हैं इस तरह सर पर कर्ज उतारने का टेंशन नहीं होगा और घर की बात घर में रहेगी" "लेकिन अंकल पैसे देंगे कहां से ?😮उनके पास तो एक ही घर है और शायद जो तुम्हारे भाई के नाम पर है 🤔" "हां हमारी एक जमीन है जो भाई की ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए रखी है ,भाई उस पर मॉल बनवाना चाहते हैं, अगर मैं अब्बू से यह बात कह भी दूं तो अब्बू यह जमीन जरूर इन को दे देंगे लेकिन फिर अब्बु और भाई के बीच मनमुटाव होने के चांसेज ज्यादा हो जाएंगे 😔मैं नहीं चाहती कि पैसे जमीन की बात हम लोगो में आए ,मेरा एक ही भाई है ,मैं नहीं चाहती किसी भी तरह का छोटे से छोटा भी मनमुटाव आए, इसलिए सोच रही हूं कि यह मसला हम दोनों ही निपटा लें😟😣😓" " बात तो गुड्डू भाई की भी बिल्कुल सही है 🤔बाहर के लोगों से पैसा मतलब बेज्जती और सर पर तलवार लटकने जैसा ही होता है 😗 लाखों का नुकसान हुआ है यह भी परेशान है ,तुम फिकर ना करो सीमा कुछ न कुछ रास्ता जरूर निकल आएगा इस तरह गुस्से और ना खाने से मसले और बढ़ जाएंगे ,सब ठीक हो जाएगा, डोंट वरी।।🙂 हम सब भाई बहन मिलकर कुछ न कुछ रास्ता जरूर खोज लेते हैं, तुम फिकर मत करो 😉😊" आखिर में वो मेरी बात सुन उदासी से मेरी तरफ देखने🙁 लगी "जंबो अप्पी😀!! चलिए !आज हम लोगो को आंवले के बाग में जाना था ना ??" छोटे बच्चे जैन ने आकर मुझसे कहा 👶 "अरे जैन😄 अभी तो सुबह का टाइम है थोड़ा देर हो जाने दो हम लोग दोपहर में चलेंगे😉" "अरे जंबो 😮ये मैं क्या देख रही हू? सुना है बच्चों की मंडली में "जंबो आपा कब जाएंगी😡?" से जंबो अप्पी कब तक रहेंगी😀?" यह विचार परिवर्तन कैसे हो गया 🤔" उसने बात बदली " हां वह मैंने इन लोगों को थोड़ी बहुत रिश्वत दे दी🍡🍭🍬🍫😜 थोड़ा बहुत क्रिकेट🏏 के गुर सिखा दिए, और थोड़ा सा इन लोगों के साथ खेल लिया, तो सब मेरे अच्छे दोस्त बन गए 😊और वैसे भी बच्चों को मनाना बच्चो का काम है😉😌" "ओहो!😉 कैसी रिश्वत🤔?" " अरे वही चॉकलेट ,खिलौने 🍫🏏🍬वगैरह वगैरह,,😜🤣 हा हा हा हा हा" इस टाइम पर मैंने भी बात को मोड़ देना बेहतर ही समझा😅😄।।।।।।
_ क्या आप लोगो को लगता है गुड्डू भाई और सीमा का मसला हाल होगा? और रौशन आंटी का क्या ?क्या वो जंबो को माफ कर पाएंगी🤓🤠 जानने के लिए जुड़े रहिए तब तक मै भी ज़रा अम्मी को कॉल कर लूं 😋😜😄 टाटा एंड टेक केयर 😊😊

Comments

  1. Good writing again....Will wait for next part on this
    ....Good work!

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    1. Thanx dear , please do support and share
      We are working on next part
      Thanx for appreciation

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  2. Very nice story... Keep writing keep going 😍😍👌👌👍👍

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  3. Very nice story... Keep writing. Keep going😍😍 👌👌👍👍

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उफ़्फ़ ये मुसीबतें-1

उफ्फ ये मुसीबतें। ये कप किसने तोड़ा? किसने तोड़ा कप? Broken cup हम सब बहोत आम है बेहद आम दरअसल कहा जाए तो हम आम जनता है कभी कभी तो आम खाने के भी लाले पड़ जाते हैं अरे बात बजट की आ जाती है और कभी कभी बिन बुलाए मेहमान भी आ जाते हैं जिसके चलते अपने हिस्से के आम कुर्बान करना पड़ता है और इस कुर्बानी में मुझे जबरदस्ती शामिल किया जाता है  अफसोस । Happy family हम मध्यर्गीय जीवों का जीवन बड़ा ही सरल होता है जितना सरल होता है उतना ही कठिन भी होता है इस बात से काफी लोग रिलेट कर सकते हैं क्योंकि हमारे इंडिया में नौजवानों की और बेरोजगारों की संख्या सबसे ज्यादा है वैसे ही मध्यमवर्गीय परिवार भी काफी मात्रा में पाए जाते हैं इस प्रकार के धर्मसंकट से हम दो चार होते रहते हैं और इसी compromises के साथ जीना पड़ता है लेकिन हम तो ठहरे जंबो अरे हमने तो दो बार UPSC प्री क्वालीफाई किया है।हम क्यों करने लगे कॉम्प्रोमाइज हम तो अब्बू की लात खा कर ही मानते हैं। लेकिन साथ ही हमारा अपने छोटो पर भी बड़ा रोब है इज्जत की गारंटी तो हम नहीं लेते हैं लेकिन डर बहुत है हमारा छोटे बच्चों की चॉकलेट

उफ़्फ़ ये मुसीबतें-3

घराना शादी का "आहा आ गई मेरी बिटिया😃🤗।।।" चाची ने देखते ही अपनी बाहें मेरी तरफ फैला दी और मैं किसी नखरीली हीरोइन की तरह उनसे कतरा कर उनसे दूर हो गई और उनके हाथ हवा में ही लहरा कर रह गए "ऐ भला, ये क्या हरकत है ?😕"चाची ने मुझे हैरानी से देखते हुए कहा  "चाची बहुत लंबी कहानी है अभी बस इतना समझिए मै धूल पसीने से सराबोर हू पहले नहा लूं " "वाह री लड़की🤣" इस दफा चाची हंस पड़ी " वैसे ,हमारी बन्नो कहा है?😏" मैंने जाते हुऐ मुड़ कर पूछा  "हां! पहले उससे मिल लेना जब से सुना है तुम आ रही हो कितनी दफा तुम्हारा पूछ चुकी है" जी, उसकी ही तो खबर लेनी है, यही तो मौका है मैंने मुस्कुरा कर सोचा:::😉 Marriage party ज़बरदस्त रिवायती शादी का माहौल लग रहा था अमूमन शहरों में ऐसा तो अब शायद ही देखने को मिले सारे में साफ सफाई रंग रोगन का काम दिख रहा था जो लगभग निपट चुका था एक तरफ तकिया बिस्तर चांदनी का ढेर तो दूसरी ओर झालर वाली लाइट का गट्ठर रखा था ,गेहूं चावल की बोरिया भी लाइन से लगी थी कुछ औरतें चावल साफ भी कर रही थी कुछ बच्चियां मेहंदी के पत्ते पी